अनुशासन
अनुशासन विद्यार्थियों को नियमित, संयमित एवं विवेकवान बनाता है।
अनुशासन के पालन से विद्यार्थियों में सच्चरित्रता के गुण विकसित होते है। विद्यार्थियों
को गुरूजनों के सम्पर्क में रहकर शिक्षार्जन करना चहिए। वादन की समाप्ति के पश्चात्
छात्र/छात्राओं को निर्धारित कक्ष में शान्तिपूर्वक बैठना चाहिए। कक्षा से निकलते समय
उपकरणों, बिजली-पंखे के स्विच आदि का दुरूपयोग नहीं करना चाहिए ।
महाविद्यालय परिसर में पान-मसाला, सुपारी च्विंगम आदि खाना वर्जित है। ।
छात्र/छात्राओं को स्वयं संयमित एवं अनुशासित रहते हुए दूसरे छात्र/छात्राओं को
सदाचरण की प्रेरणा देनी चाहिए तथा महाविद्यालय के शैक्षिक वातावरण को शान्ति एवं
सौहार्दपूर्ण बनाये रखने में सहयोग करना चाहिए। महाविद्यालय के अनुशासन एवं
नियम का पालन प्रत्येक विद्यार्थी को करना चाहिए। उल्लंघन करने की स्थिति में दंड
का भागी होगा। यू०जी०सी० / उ०प्र० शासन द्वारा समय-समय पर निर्गत शासनादेशों
के प्रकाश में महाविद्यालय के छात्र / छात्राओं की शिकायत के निवारण हेतु शिकायत
प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है।
पाठ्यक्रम
समस्त कक्षाओं के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम हेतु लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ की
आधिकारिक वेबसाइट का अवलोकन करें।
परिचय / पुस्तकालय - पत्र
महाविद्यालय में प्रवृष्ट समस्त विधार्थियों को परिचय / पुस्तकालय पत्र सदैव अपने पास
रखना चाहिए। महाविद्यालय के प्राध्यापक / कर्मचारी द्वारा मागे जाने पर तुरन्त
दिखाना होगा। इसका दुरूपयोग दण्डनीय है। परिचय पत्र खो जाने पर निर्धारित
शुल्क देकर द्वितीय परिचय पत्र प्राप्त किया जा सकता है। तत्सम्बंधी दिशा-निर्देश
महाविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। परिचय पत्र केवल वर्तमान सत्र 2023-24
के लिये ही वैध होगा।
साइकिल स्टैण्ड
महाविद्यालय द्वारा विधार्थियों के लिए साइकिल स्टैण्ड की सुविधा उपलब्ध है। छात्र /
छात्रा अपनी साइकिल अथवा मोटरसाइकिल वहां जमा कर सकते है । सम्बन्धित वाहन
में ताला लगाना अनिवार्य होगा। साइकिल अथवा मोटरसाइकिल चोरी हो जाने पर
महाविद्यालय की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।